अपनी ही धुन में था, अपने लिए ही जिए जा रहा था.. ख़ुशी -गमी के आंसू अकेले ही पिये जा रहा था.... सोचता था खुद ही बनाऊँगा अपनी राह , दूसरों की मदद लेने की न थी चाह ............. कोई well wisher मिला तो उसने समझाया : पड़ता है कुछ खोना कुछ पाने के लिए , दूसरों को साथ लेना पड़ता है हंसने रोने के लिए ....... सिर्फ अपने लिए ही जीना, जीना नहीँ है दूसरों के लिए, दूसरों के संग ऐसे ज़ियो जैसे कोई गम ही नहीँ है....... ज़िंदगी का मज़ा है मिलकर जीने में, ज़िंदगी ' whisky ' है सरूर आता है , मिल बैठ कर पीने में......... Dhun