बच्चे जिनका बचपन कभी बाजारों में खिलखिलाता था आज मोबाइल में कैद सा हो गया है। सुप्रभात। न समय पर उठना, न घर से निकलना। हम सोए रहते हैं, खोए रहते हैं। #घरसेनहींनिकलते #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi