हर रोज़ उस शाम का इंतज़ार करते है, हर शाम उस चांद का इंतज़ार करते है, चांद के उस खूबसूरत चांदनी में तेरी मुस्कुराहट का इंतजार करते है। उस प्यारी सी मुस्कुराहट के प्यार मे यू खो गए, कि खूद की मुस्कुराहट का अब इंतजार करते है। किताबों कि तरह तुझसे अब लफ़जों में मिलना चाहते है, साहिल कि तरह तूझे छू कर महसूस करना चाहते है, मैं कोई हवा तो नहीं जो फिजा़ओं में खो जाऊं, बस यू मिलू़ तूझसे कि तेरा लिबा़ज़ बन जाऊं। आज पहृलों में मूझे टूट कर मूझे बिखर जाने दो, शायद इस गम़ में कल मै खूद बिखर जाऊं। #deepthoughts #randomthought #boredomthoughts #yqdidi #yqbaba #yqtales