White हिंदी में बिंदी भाए मात्रा देखत बुद्धि हेराए पंचमेल खिचड़ी समझ न आए और चले हिंदी को सरल, सहज एवं आसान बताए खाए रोटी हिंदी की और हिंदी कहत लजाए बच्चा पैदा होत ही अंग्रेजी गुण खिलाए जगह जगह पर पानी बदले, देश - देश में वाणी तो कैसे संभव हिंदी की विकास हमारी ©Priyanka Choudhary #hindi_diwas #हिंदी है हम#हिंदी कविता #हिंदी साहित्य