जो ना समझा कोई मैं वही राज़ हु जो किसी का नहीं है वो अंदाज़ हु मै समंदर से गहरा मैं कही हु ठहरा मै हु जैसे धुआं ये धुआं कही है रुकता कहा देखो देश को चलाने आया है कौन #हर हर मोदी #मोदी_है_तो_मुमकिन_है #मोदी_का_कारनामा #भाजपा_फिर_से