ऐ खुदा बता तेरी रज़ा क्या है जब साथ नहीं लिखा था हमारा तो मिलवाया क्यों यूं हीं गुज़र जाते उनकी राहों से हमारी निगाहो में उनको बसाया क्यों मोड़ तो आए कई बिछड़ुने को फिर क्यों रिश्ता टूटा नहीं कुछ भी कह लें वो बातों से उसके दिल क्यों दुखता नहीं है पत्थर या दिल कोई ठोकरों से ये क्यों टूटता नहीं तोड़ने की कोशिशें तो कईयों ने की हर बार जुड़ जाता ये क्यों ही सवालों के सिलसिलों में ज़बाब मिलते क्यों नहीं कहते सब होता जो भी रहती उसमें मर्जी तेरी फिर जो है मर्ज़ उसी को मरहम बनाया क्यों। OPEN FOR COLLAB✨ #ATlovebgcouple • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ✨ Collab with your soulful words.✨ • Must use hashtag: #aestheticthoughts • Please maintain the aesthetics.