जीवन की इस विचित्रता में हंसने का पात्र ही सजीव है कराहती भावनाओ को आजाद पंख देना सुकूं है शायद विरान चट्टान के भाँति एकजुट हो सारांश बनाती हूँ शब्दों का मोल कवि की फनकार है, और कविता उसका हृदय❤️ ©Rumaisa #kavita #kavi #हृदय #rachna #चट्टान