हाँ अब बस "कनिका" ही हैं दिल में मेरे ꫰ कौन चुनता हैं पत्थर, सोना पाने केे बाद ꫰꫰ (read full in caption) ©Jayesh gulati हम थे शायर बस शोक केे लिए ꫰ मगर ग़ज़लगोई बने तेरे आने केे बाद ꫰꫰ थे नहीं पर और ना इजाज़त उड़ने की ꫰ उड़ने लगे हैं देख तेरे दीदार के बाद ꫰꫰ हाँ मैं सख्त था हर हाल में ꫰ पिघलने लगा तुमसे मिलने केे बाद ꫰꫰