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दे इजाज़त जो तू। (पार्ट 2) "गुड़ मॉर्निंग, राहुलजी।"

दे इजाज़त जो तू।
(पार्ट 2) "गुड़ मॉर्निंग, राहुलजी।" मोहिनी ने अपनी मोहक अदा से मुस्कुराते हुये मुझसे कहा।

उसका वह मुस्कुराना और मुझे 'गुड़ मॉर्निंग' विश करना मेरे दिन को और भी सुहाना कर देता था। 

"गुड़ मॉर्निंग, मोहिनी। यह लाल कुरता तुम पर बहुत जँच रहा है।"मैंने कहा।

"थैंक यू, राहुलजी। आपको पसंद आया? वैसे मैंने यह पास वाली दूकान से ही लिया है, अगर आप शिल्पाभाभी के लिये लेना चाहें।"उसने कहा और हस कर चली गई।
दे इजाज़त जो तू।
(पार्ट 2) "गुड़ मॉर्निंग, राहुलजी।" मोहिनी ने अपनी मोहक अदा से मुस्कुराते हुये मुझसे कहा।

उसका वह मुस्कुराना और मुझे 'गुड़ मॉर्निंग' विश करना मेरे दिन को और भी सुहाना कर देता था। 

"गुड़ मॉर्निंग, मोहिनी। यह लाल कुरता तुम पर बहुत जँच रहा है।"मैंने कहा।

"थैंक यू, राहुलजी। आपको पसंद आया? वैसे मैंने यह पास वाली दूकान से ही लिया है, अगर आप शिल्पाभाभी के लिये लेना चाहें।"उसने कहा और हस कर चली गई।