स्वतंत्र दीन चिरायू होवो युही नही मिटा अंधेरा गुलामिका जरे जरे पर गिरा है लहू शहीदोका हर दिल में एकता की ज्योत जगे यही पैगाम है वक्त का! #स्वतंत्र दीन