बहाव रोको नहीं विचारो को बाँधो नहीं बहावो को क्या पता रुके पानी सी कभी थम जाये ज़िन्दगी बिना नए एहसास के बर्फ सी ठंडी बन जाये ज़िन्दगी....... कभी कोई विचार बन एक पत्थर शांत ज़िन्दगी में हलचल मचा जाता है कभी किसी रिश्ते की गर्मी से पिघल जाती है ज़िन्दगी ......... जरूरी नहीं हर ठहराव, पड़ाव हो हर पड़ाव में उठाव हो गिरकर उठने , उठकर गिरने के सफ़र का नाम, है ज़िन्दगी ठहरे नहीं बहते पानी का नाम ही तो है ज़िन्दगी......... #बहाव#YoPoWriMo# #yqdidi#yqbaba बहाव रोको नहीं विचारो को बाँधो नहीं बहावो को क्या पता