तुम चले गई क्या? ना अदरक कूटने की आवाज़ आई ना चाय की वो सुगंध ना दोपहर की वो आलू की सब्ज़ी ना बचपना ना हुड़दंग तुम चले गई क्या? ना शाम किसीका बुलावा आया ना रात किसीका इंतज़ार ना किसीने सीने से लगाया ना प्यार का किया इज़हार तुम चले गई क्या? ना किसीने मामा चाचा की कहानी सुनाई ना रिश्तों पे कराया ऐतबार ना किसीने घड़ी के कांटे देखे ना रोका किसीने हर बार तुम चले गए क्या? #yqbaba #चले_गये #yqdidi #yqhindi #yqshayari #hindishayari #हिंदी_कोट्स_शायरी #vatsa तुम चले गई क्या? ना अदरक कूटने की आवाज़ आई ना चाय की वो सुगंध ना दोपहर की वो आलू की सब्ज़ी ना बचपना ना हुड़दंग तुम चले गई क्या?