प्रेम का अर्थ उसे पाना नहीं उसमें खो जाना है। जिस हृदय में प्रेम हो, करुणा हो , धैर्य हो और क्षमा करने की क्षमता हो तो घृणा के अंश का बिंदु मात्र भी उस हृदय में नहीं समा सकता.... त्रुटियों में प्रेम से घृणा हो जाए तो वो प्रेम होता है क्या ? शत त्रुटियां भी सुधर जाए वो होता है प्रेम प्रेम तो बस प्रेम है घृणा ईर्ष्या कुछ भी नहीं बस प्रेम प्रेम प्रेम ..... ©एक शहर प्रेम केवल प्रेम है ......... . . Follow @mahadev_bhakt_1 #premkepujari #mahadev_bhakt #premhisatya #satyhishivhai #shivoham🙏 #shayari #feelings #Heart