जन्मदिन मुबारक़ कुमार विश्वास एक मैं हूँ यहां, एक तू है सिर्फ़ साँसों की ही गुफ़्तगू है चांद के साज़ पर रोशनी गीत गाते हुए आ रही है तेरी ज़ुल्फ़ों से छनकर वो देखो चांदनी नूर बरसा रही है वक़्त यूं ही ठहर जाए हमदम दिल को इतनी सी इक आरज़ू है एक मैं हूँ यहां, एक तू है ◆ कुमार विश्वास @DrKumarVishwas #kahani_adhuri #tabahi #KumarVishwas