तूने मेरे दिल में इतने घाव किये, तन्हा हमने समन्दर में खूब पथराव किये, जब छोड ही जाना था तुमको, मोहब्बत मे फिर मेरा क्यो चुनाव किये। .... कविराज तूने मेरे दिल में इतने घाव किये//कविराज