राजा को हमेशा से युद्ध अच्छे लगते हैं और प्रजा को प्रेम! इसी द्वंद के चलते हैं, असिमित अपराध हुए! राजा को हमेशा से युद्ध अच्छे लगते हैं और प्रजा को प्रेम! इसी द्वंद के चलते हैं, असिमित अपराध हुए!