दूर से देखा तो बडे ही सुहाने मन्जर थे ! पास पहुचे तो सारे खेत ब॑जर थे !! हम उनके पास से भी प्यासे लॊटे ! जिनकी आ॑खो मे, प्यार के समन्दर थे !! ©Varun Vashisth #aajkegalib