रात के आगोश में जवानी जग रही है सर्द की रात में आग सी लग रही है समा जल रही है परवाना आतुर है ssshh.. खामोशी रखो आज इस माहौल दो कायनातें मिल रही हैं ©SHIVAM KARNE sssshhh.... #erotica #love #Poetry