करली ख़्वाहिश तुझे पाने की और सफ़र शुरू हो गया। मोहब्बत की भनक जो लगी और क़हर शुरू हो गया। जो कहते थे कभी हम तेरे हैं उनका सब अलग शुरू हो गया। तमाम कोशिशों के बावजूद नया तराना शुरू हो गया। अब कोई धुन जो बनेगी बस मोहब्बत ही मोहब्बत होगी मोहब्बत की शब का फ़साना शुरू हो गया ये बस दिल से दिल तक का रास्ता है रास्ते पे चलना भी आसान हो गया। ♥️ Challenge-771 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।