ये वो बात है जो सिर्फ रेखाएँ ही जानें; परंतु स्पष्टतः इसका बोध हो सके कि रेखाएँ कुछ भी कहें, गंतव्य तक का मार्ग अबाध है तो गंतव्य निश्चित ही आपकी दासी होगी। फिर चाहें आप गंतव्य को दासी बनायें या आप खुद ही गंतव्य के दास हो जाएं, ये बात तो सिर्फ रेखाएँ ही जानें... रेखाएँ क्या कहती हैं! #रेखाएँ #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi