तुम्हारी हथेलियों पर उगता है चाँद तुम्हारी आँखों के नीचे सितारे रहते हैं तुम्हारे नाखून पर सूरज चमकता है और होंठों पर सावन की अदा है तुम जैसी स्त्रियों को होना चाहिए किसी मूर्तिकार की सुन्दर प्रतिमा चित्रकार की कोई जीवंत प्रेरणा या किसी कवि की हसीन कल्पना लेकिन तुम जैसी कोमल स्त्रियाँ दिखती है सिर पर ईट ढ़ोते हुए हाथ में एक साल का बच्चा लिए रेड लाइट पर खिलौने बेचते हुए तुम जैसी स्त्रियाँ 'सच' होती हैं जानती हो ख़ुद को जिंदा रखना तुम्हें आता है कीचड़ में खिलना तुम पत्थर के दरार से झाँकती कोमल जंगली पौधा होती हैं जिसे आता है विषमताओं में अपना अस्तित्व लिए उग आना कीचड़ में कमल