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होने लगी है सुरमई शाम बेताब हैं उनके इंतजार में

होने लगी है सुरमई शाम 
 बेताब हैं उनके इंतजार में ये सुस्त सा दिल 

निकल आएगा 
मेरा भी चांद जब अपने पूरे शबाब में

सजाया हैं इसलिए 
इक महफ़िल फूलों से हमनें उनके ही दीदार में

©rajeshwari Thakur
  #महफ़िल