White कैसा ये मेरा तुझसे बिसाल है सुबह से शाम तक एक तेरा ख्याल है बजता है साँसों में तेरे नाम का सन्गीत तुझे पता नहीं ये तेरा कमाल हैं इन्तज़ार की इन्तहा होती हैं हर रोज तेरा देर से आना अब रोज का मलाल है हो कर मायूस जब में लौटकर जाता हूँ अश्क छुपा लेता हूं मगर भीगा रुमाल है उठा रहे है उंगली देख कर मेरे ही दोस्त दिल के इस रिश्ते पर कितने सवाल है तुम आकर दे देना सब को एक ज़वाब कभी न छूटेगा ये साथ एक मिसाल हैं ©Ravikant Dushe #Sad_Status