बे-मौसम बरसात कभी हो,याद तुम्हारी आती है तारोंवाली रात कभी हो,याद तुम्हारी आती है सच कहता हूँ यक़ीन करो तुम,यारोंवाली महफ़िल में― मन पर यदि आघात कभी हो,याद तुम्हारी आती है ©Ghumnam Gautam #chaand #आघात #महफ़िल #मन #याद #रात #ghumnamgautam #मुक्तक