घर की मल्लिका है तू, ए "मां" मेरा शत-शत प्रणाम हैं, सबसे पहले मुखड़ा तेरा देखूं तू ही मेरी धाम है। तू ही मेरा प्रथम शिक्षक, तू ही पथ प्रदर्शक हैं, हर मुश्किल घड़ियों में, तेरा साथ जैसे ठंडी छांव है। तेरे चेहरे का तबस्सुम मेरे दिल का आराम है, तेरे हाथों में भविष्य मेरा, ऐ मां मेरी तुझे शत-शत प्रणाम है। सभी दोस्तों को मेरा प्यार भरा "नमस्कार" कुछ नए तरीके से यह पोस्ट आप सभी को Collab करनी है , आप सभी को एक शब्द शीर्षक के रूप मे दिया जाएगा , जैसे ( घ ) और आप Collab कर सकते हैं ( घ ) शब्द जिसमे पहले आता हो , जैसे : घर