मुझे तेरी बातें जब़ानी याद हैं। तेरी जुल्फों कि ऱवानी याद है। मैं सबकुछ तो भुल चुका हुँ,पर मुहब्बत कि निशानी याद है।। सुर्ख होंठो कि मेहरबानी याद है। तेरे गलियों कि कहानी याद है। अब याद नहीं कुछ भी मुझे, पर तेरे संग शामें बितानी याद है।। मासूम चेहरे कि शैतानी याद है। बचपन कि वो जवानी याद है। याद नहीं है कि मैं कौन हुँ, पर ताज कि बातें पुरानी याद हैं।। #yaadhai