बच्ची अपनी माँ से कहती है माँ मुझे न गिराना | में भाई की किताब से कर लुंगी पड़ाई, नहीं करुँगी घर से बहार आना जाना, माँ मुझे न गिराना | अच्छे अच्छे पकवान बना कर खिलाऊंगी, दुसरो के घर से कभी शिकायत नहीं लाऊंगी, माँ मुझे न गिराना | आपका पापा का अभिमान बन कर दिखाउंगी घर के सारे काम-काज कर जाउंगी, आपके काम में हाट बटाउंगी, जेयष्ठ के माह में श्रावण बन जाउंगी, माँ मुझे न गिराना | देविया भी तो बेटी है पर उनको मिलता है सम्मान, पर मेरे जन्म से क्यों होगा आपका अपमान| बच्ची के अनुरोध पर माँ का जवाब बेटा तो है हमारी आंखो का तारा, पर बेटी तू तो है हमारा संसार सारा | बेटा तो उलझ जायेगा अपने सम्बन्धो में सारा, पर बेटी तू तो है हमारा बुढ़ापे का सहारा | बेटी तुझे पड़ा लिखा कर हम योग्य बनाएंगे, तेरी योग्यता का परचम सारे विश्व में फहराएंगे | खुल कर जीना तुझे सिखाएंगे, तुझे सम्मान मिले समाज में इसकी पुष्टि कराएँगे | बेटी तेरा भाई तो अभी से तेरे लिए दर्जनों उपहार ले आया है और तेरे पापा ने तो तेरी हर किक का उत्सव मनाया है | तुझे हम गिरा दे ये ख्याल भी तेरे मन में कैसे आया, हमारी तो ज़िंदगी थी धुप और तुम होगी उसमे घाना साया| तू डर मत तू दुनिया में आ तेरा इंतज़ार है हमे, बेटी तू है तो हमारा कल है, तेरे बिना तो हमारा जीवन ही विफल है | #NojotoQuote Conversation between unborn girl child and mother about abortion #women #child