दिल की चोटों ने हमें चैन से सोने ना दिया जब चली सर्द हवा मैंने तुझे याद किया इसका शिकवा ही नहीं कि तूने किया दिल बर्बाद इसका गम है कि बहुत देर में बर्बाद किया ©Nirvesh Yadav nirvesh Yadav babra bisauli budaun