एक स्त्री का अंतर्मन जब प्रेम में रम जाता है वह भक्ति का स्वरूप ले लेता है हर पल वह आनंदित रहती है प्रेम उसे क्षण भर भी विचलित नहीं करता है बल्कि उसके जीवन में, एक नई ऊर्जा का संचार करता है, ह्रदय हमेशा पुलकित और चित आश्वस्त रहता है सच्चा प्रेम स्त्री के चरित्र को निस्वार्थ बनाता है उसे पाने की चाह नहीं रहती, सिर्फ़ देने में ही उसे असीम सुख की अनुभूति होती है गीत चतुर्वेदी ने सत्य ही कहा है "प्रेम में डूबी हुई स्त्री का चेहरा बुद्ध जैसा दिखता है" -जाह्नवी #happy_valentines_day #स्त्रीकाप्रेम #प्रेम #NojotoHindi #NojotoLove #Nojoto