याद तुम्हें मैं प्रेयसी तुम्हारी फिर क्यूँ संशय में भरमाये हो शायद बहते अश्रु नैनों में असीमित प्रेम-रस भर लाये हों #poetry #yqshayari #yqbaba #yqdidi #yqhind #YourQuoteAndMine Collaborating with Vivek Shukla