एक माँ अब पहले तो मैं बेटी को जन्म ही न दूँगी और अगर हो गईं तो उसे एक कैद में रखूंगी क्यों? यही पूछ रहे हो न तो सुनो….... मेरे पास ऐसा कुछ नही की मैं उसको आजाद छोड़ सकू वो फूल सी नाजुक होगी कैसे सँभालूंगी मैं उसे लड़कियाँ तो वैसे भी चंचल चिड़िया होती है जो कभी एक जगह टिकती नही है इसलिए वो कैद रहेगी एक बन्द कमरे में मैं उसे बाहर ही नही आने दूँगी किसी की नजर ही न पड़ने दूँगी तब शायद उसे बचा लूं नही पढ़ने भेजूंगी मैं उसे हा मुझे उसे नही बनाना कोई बड़ा ऑफिसर क्योंकि या तो वो बनने से पहले किसी का शिकार हो जाएगी या बनने के बाद हा मैं एक बुरी स्त्री बन जाऊँगी उसकी सुरक्षा के लिए पर क्या करूँ मैं उसको तड़पता हुआ नही देख पाऊँगी न इसलिए वो कैद ही रहेगी जीवन भर और बाँध के रखूंगी मैं उसकी एक कलाई को अपने पल्लू से ताकि घर की गंदी निगाहों से भी बचा सकूँ मैं उसे अपने घर मे भी वो अजनाबियों सी होगी क्योंकि कोई भाई पिता या सहोदर नही होगा उसका तब ही शायद सुरक्षित होगी मेरी बेटी क्योंकि इस कानून, सरकार और कोर्ट के गंदे धंधो से मैं उसे कभी सुरक्षा नही दे पाऊंगी न ये लोग अपराधियों को कैद नही कर सकते न उनको सजा नही दे सकते न इसलिए मैं तुझे ही सजा दे दूँगी और तुझे ही कैद कर लुंगी मेरी गुड़िया माफ करना मेरी बिटिया पर मैं तेरी सुरक्षा को लेकर विवश और लाचार हूँगी -----पीयू 😢😢😢😢😢😢 😖😓😓😓😓 एक माँ अब पहले तो मैं बेटी को जन्म ही न दूँगी और अगर हो गईं तो उसे एक कैद में रखूंगी क्यों? यही पूछ रहे हो न तो सुनो….... मेरे पास ऐसा कुछ नही की मैं उसको आजाद छोड़ सकू