हमारी तारीफ़ करते हुए, लोग कभी नहीं थे थकते........ जब शायरी सुनाते थे हम, अक्सर वस्ल-ए-यार पर......... बोसा देकर चली गई जब, वो महफ़िल में रुखसार पर.......... ज़माने ने उठा भी दी उंगली, उस वक्त हमारे किरदार पर.......... ©Poet Maddy हमारी तारीफ़ करते हुए, लोग कभी नहीं थे थकते........ #Praise#People#Tired#RecitePoetry#Kiss#Cheeks#Gathering#World#PointFinger#Charactor.......