शेर तेरी यादों कि कुछ लब्द लिखता हूँ, तेरी मोहब्बत से बिखरा हुआ, ख़ुद को शक्त लिखता हूँ। हर बाज़ी जीत कर हारा हूँ, मैं तेरे बारे में लिखता हूँ, तो जबरजस्त लिखता हूँ ।। लेखक : विजय सर जी ©कवि विजय सर जी #Shayari शायरी दर्द