कुछ गुस्ताखी उनसे भी काफी बार हुईं मजाक कर रहा हूं ये बोलकर दर्द उसने मुझे बार बार दी मै चुप रही सायद इसलिए मेरी ग़लती ज्यादा हो गई बार बार उसके तानो से मेरी भी तो आंखें नम हुई ©Aruhi Priya #कवीता