चैत्र शुक्ल की पूर्णिमा, मुख पर सूर्य सा तेज। लिये जन्म हनुमान जी समस्त शक्तियाँ सहेज।। राम के नाम में मस्त जो रहते प्रति क्षण रखते उनमे प्रेम। राम ही तन में राम ही मन मे राम से सबकी कुशल व क्षेम।। राम के नाम की गंगा में डूबे शीतलता है जैसे हेम। वे रखते हैं प्रेम राम में राम हैं रखते उनमे प्रेम।। ✍️अवधेश कनौजिया© श्री हनुमत जन्मदिवस की बहुत बहुत बधा