रुपया! जब ज्यादा हो तो अपनों को दूर करा देता है। न हो तो अपनो की पहचान भी करा देता है। लोग बंद करके आँखे जाग रहे है, फिर भी इसके पीछे भाग रहे है। यही सफलता का अगर मूल है तो, विनाश ही इसका शूल है। विचित्रता ये है कि ,यही सबको भाया भी है, दुर्भाग्य ये है कि इसी ने जग को भरमाया भी है। सुख दुख मे ये आता काम, कोई न बच पाया निष्काम। #yqrupiya #yqquotes #yqdidi #yqhindi #yqpoetry #yqthoughts #rupaya #आशु_की_कलम_से