उन दिनों की बात है, पिछले दशक की ही जब अखबार के पन्नों पर हर दूसरे दिन श्री नारायण मूर्ति जी और नंदन निलखानी जी के चर्चे छपा करते थे। हर दूसरा बच्चा बारहवीं उत्तीर्ण कर इंजीनियरिंग में दाखिला लेना मुनासिब समझता था, किसी बहुराष्ट्रीय कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने का सपना सजोये। मेरा भी एक बहुराष्ट्रीय बैंक के IT शाखा में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के लिए इंटरव्यू होना था। पहले दो चरणों में तकनीकी ज्ञान की परीक्षा होने के बाद अंतिम चरण था HR के साथ। मेरे प्रथम इंटरव्यू के अंतिम चरण का विवरण कुछ इस प्रकार है.. अनुशीर्षक में पढ़ें 🙏 मेरा नाम जैसे ही HR ने पुकारा, मैंने अपना डिग्री और सर्टिफिकेट का पोथा उठाया । इंटरव्यू रूम ने प्रवेश किया थोड़ी डरी सहमी सी लेकिन अपने डर को छिपाने का हर संभव प्रयास करते हुए।प्रारंभिक अभिवादन के बाद शुरू हुई प्रश्नावली। उन्होंने पूछा, what's your hobby ? मैंने कहा, I love to write. उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, C or C++. In which language ? मैंने कहा, English and Hindi. I never tried writing poetries in programming languages but if I try someday ,I will love that too. उन्होंने कहा, सुनाओ फिर क