किसी देश में अगर पेट्रोल पंप पर सेना तैनात करने पड़े और कागज की किल्लत के चलते परीक्षा रद्द करने पड़े तो शहर यह समझ जा सकता है कि वहां के हालात कितने सहज हो चले हैं श्रीलंका में इन दिनों ऐसी परिस्थितियां बनी हुई है गहरे आर्थिक संकट में श्रीलंका में राजनीति आज तक उत्पन्न कर दी गई है जनता आक्रोशित है केंद्रीय मंत्रिमंडल के सामूहिक स्थिति से भी उसका आक्रोश नहीं थमा सत्ता प्रतिष्ठान भी जन भावनाओं से अवगत है इसलिए उसने सरकार भंग करके राष्ट्रीय सरकार के गठन की पहल से विपक्ष को साधने का प्रयास किया है परंतु विपक्षी सरकार के साथ सहयोगी के लिए तत्पर नहीं है स्थिति नियंत्रण से निकलती देख आपातकाल लगा दिया गया है जिससे अब हटा दिया गया है पूरी प्रार्थी की विकट तक अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि संकट के मूल में जो खस्ताहाल अर्थव्यवस्था है उसकी सेहत सुधारने के लिए नए वित्त मंत्री की नियुक्ति की गई है और नियुक्ति वित्त मंत्री ने मात्र 24 घंटे में अपना पद छोड़ना मन समझा ले किसी को भी हो सकती है इस देश में लंबे समय तक ©Ek villain #श्रीलंका के संकट के पीछे सबक #Love