कमज़ोर नहीं कठोर बनना है मुझे इंसान हूँ इंसान ही रहना है मुझे अश्कों को छुपाके रखना है मुझे अधरों पे मुस्कान रखना है मुझे लुटाया है ख़ुद को दूसरों के लिए पर अपने लिए अब जीना है मुझे अपनी राह भी अब चुनना है मुझे कनक सा भी फ़िर जलना है मुझे जलके नूतन सा फ़िर बनना है मुझे।। #राह #मेरीराह #निखरना #मुझे #yqdidi #yqhindi #life #poetry