इश्क़ को सज्दों मे रवाँ करना पडता है, मोहबात नही मिलती बाज़ारों मे। मुस्सल्ले पे खडे हो जो एक ख्वाईश लेकर, इकरार एक से कर, करार ना कर बेज़ारों मे। तु मोहलात खुद्को दे , ना नुमाईश कर इनाम की शरारों मे। तुझे इश्क़ है उससे तो उसके क़ाबिल बन , ना जोर ऐसे खुद्को लाचारों मे। Riya saha 💕 #Love #Life #shayri #poem #nazm #writings #Bezaar #Quotes