सोचू तो है तुझमे सुबाह मेरी सोचू तो तुझमे शाम हैं ।। बिन तेरे कटे न ये दिन और बिन तेरे न ये बीती शाम हैं ।। सोचू तो है दुनियाँ मेरी तुझमे बसी बसी मेरी तेरे अन्दर जान है।। बिन तेरे न मेरे एक पल है न बिन तेरे मेरे खॉब है ।। मेरे पलको में खामोशियो के सिर्फ़ तेरे ही खयाल है मेरी सासो में बस तेरा ही एक नाम है ।। सोचू तो है तुझमे सुबाह मेरी सोचू तो तुझमे शाम है ।।। सोचू तो तू मेरी शाम है ❤❤🤗