#ख़्वाबों_की_दास्ताँ, तुझको सुनाऊं क्या.! है दर्द इसमें ज्यादा, खुशियां ज़रा ज़रा.! टूटे कई है ख़्वाब, हंसती है मुझपे आज.! पुरे नही हुए है ऐसे है कई ख़्वाब.! #अजय57 #NojotoQuote