जैसे तुम गुज़रे हो बगल से... हवाएं कुछ यूं महक रहीं है। अरे तबस्सुम तकल्लुम तो अदा है तुम्हारी... ये पागल इश्क़ समझकर बहक रहीं है।। -siya गुफ़्तुगू-ऐ-इश्क़ hawaayen...💞💞💞 #hawaaye #poetry#love #ishq #alfaz #Guftugu #Smile #Baate