लिखने बैठू तो यह कलम खुद-ब-खुद मुझे पुकारे, लिख रही हूं कुछ तेरी यादों के सहारे, कितने हसीं वो पल थे जो संग बीते थे तुम्हारे, वो हाथों मे तेरा हाथ, बातों में तेरी बात, हम तो सुध-बुध, दिल-ओ-जान सब कुछ हारे, हर पल सिर्फ तेरे दीदार की आरज़ू रखे, यह नज़र खामोश हो कर भी तुझे पुकारे, वक्त का हसीं सीतम भी तो देखों, इतने करीब हो कर भी वो हुए ना हमारे। #waqt #yaadein #dil_o_jaan #aarzoo_e_deedar #aarzoo_e_ishq #yqbesthindiquotes #duggu #aprichit YourQuote Baba YourQuote Didi