चल दीवारों पर चढ़ कर हम तकलीदों को तोड़ें हैं बँधी हुई जो राह रात से पैर हम उनके मोड़ें हर चिलमन हम आज हटा कर अस्तर धूप करें नफ़्स में सायों के भी हम चल नूर का रंग भरें टूट गए जो पँख ताप से, परवाजों से जोड़ें चल दीवारों पर चढ़ कर हम तकलीदों को तोड़ें नज़र नज़रिया छोड़ के अब चल हम पानी बन जाते हैं जो भी प्यास दरया है अब काम उसी के आते हैं आज हवा के ज़ानिब चल हम पतवारों को छोड़े हैं बँधी हुई जो राह रात से पैर हम उनके मोड़ें उफ़क़ से आगे जाकर हम,एक नया आसमाँ बुनते हैं चाहे कितने भी मुश्किल हो राह यही अब चुनते हैं आज धारा का पैराहन हम किरदारों पर ओढ़ें चल दीवारों पर चढ़ कर हम तकलीदों को तोड़ें चल दीवारों पर चढ़ कर हम तकलीदों को तोड़ें हैं बँधी हुई जो राह रात से पैर हम उनके मोड़ें उदासियाँ@ नया आसमान ©Mo k sh K an #उदासियाँ_the_journey #zen #mikyupikyu #Nojoto #Hindi #शाइस्ता