White मैं भी कितना नादान परिंदा हूँ,, तूफ़ान आ चुका, सभी परिंदे उड़ने की ओर हैं; दरख़्त उखड़ कर तहस नहस हो जाएगा, मैं....... मैं घोसले की रखवाली कर रहा हूं ! मैं इस उम्मीद में हु की शायद, ये तूफ़ान मुझसे आगे पेड़ों को उखाड़ते, तहस नहस करते मुझ तक थम जाए और मेरा आशियाना उजड़ने से बच जाए !! सच मे मैं कितना नादान परिंदा हूं, तूफान को जनता हूँ और तूफान की फ़ितरत भी, फिर भी घोसले पर बैठा हूँ,,, #अंदाज़ा नहीं था कि तूफ़ान मुझे भी मार देगा !! ©Anoop Mohan #cg_forest