ख़त मोहब्बत के जो खूनो-अश्क़ से लिखते रहे वो उसी पर ज्यामिति अलजब्र हल करते रहे देख कर काली घटाएँ हम ग़ज़ल कहते रहे और वो "बस होगी बारिश आजकल" कहते रहे ले गए जब बोतलों में अपने अश्कों को हुज़ूर प्रश्नवाचक में वो "कोई केमिकल?" कहते रहे नाम सीने पर लिखा उनको दिखाया जब गया मुँह फिराकर वो तो "इट इज़ हॉरीबल" कहते रहे #neelkishayari