वो तो बेजुबान थी बेचारी उसने तुम्हारा क्या? बिगाड़ा था जो दरिंदों की तरह मार डाला तुमने उसको उसने कौनसा तुम्हारा घर उजाड़ा था वो इंसान नही वो तो जानवर थीं जिसके पास बोलने को जुबान न थी वो तुम्हारे लिए कुछ न सही पर उसके बच्चों के लिए वो सब कुछ थी माँ थी एक बच्चे की जिसको तो तुम जल्लादों ने दुनिया में आने से पहले ही मार डाला अरे! शर्म नही आती क्या?तुमको जिन्होंने आपने अंदर के इंसान को भुला कर इंसानियत को ही मार डाला।। @srishti..... #RIPHUMANITY #ek bejuban haathi.....