"बरसों इस तरह कि भीग जाऊँ मैं मिलों इस तरह कि बिछड़ न पाऊँ मैं महकों इस तरह कि मधहोश हो जाऊँ मैं चुरा लो मुझको मुझी से ही, कहीं खो न जाऊँ मैं" #बरसों इस तरह..#©Reserved by#KISHANKORRAM