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बुझ गया घर से जलता दिया आँ

बुझ गया घर से जलता दिया 
                       आँधियाँ ही कुछ ऐसी चलीं
नमी बह गयी आंसू बनके    
                             आँखे अब राह कोई तकती नहीं
यूँ न जलता हृदय         
                                जो तू किसी का सहारा न होता      
   यूं न रोता हृदय           
                   जो आँखों का तारा न होता
मन रो रहा       
                    आँखों में अश्रु धार बहती नहीं
नमी बह गयी आंसू बनके
                                      आँखे अब राह कोई तकती नहीं........  #NojotoQuote बसे जो ख्वाब आँखों में कई दफ्न कर जाऊ इन्हे कैसे?
बुझ गया घर से जलता दिया 
                       आँधियाँ ही कुछ ऐसी चलीं
नमी बह गयी आंसू बनके    
                             आँखे अब राह कोई तकती नहीं
यूँ न जलता हृदय         
                                जो तू किसी का सहारा न होता      
   यूं न रोता हृदय           
                   जो आँखों का तारा न होता
मन रो रहा       
                    आँखों में अश्रु धार बहती नहीं
नमी बह गयी आंसू बनके
                                      आँखे अब राह कोई तकती नहीं........  #NojotoQuote बसे जो ख्वाब आँखों में कई दफ्न कर जाऊ इन्हे कैसे?
raghav3353183956829

Raghav

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